हमारे देश में प्रतिवर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। इस वर्ष यह दिन सतत भविष्य के लिए विज्ञान थीम के साथ मनाया जा रहा है। इस दिन भारत के महान वैज्ञानिक सीवी रमन ने रमन इफेक्ट की खोज की थी। जिसके चलते वर्ष 1987 से प्रति वर्ष इसी दिन से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जा रहा है।
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राष्ट्रीय विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है?
राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार परिषद, भारत सरकार ने रमन प्रभाव की खोज के लिए 28 फरवरी को भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मान्यता देने की घोषणा की है। पहला राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी 1987 को मनाया गया था और तब से हर साल इसे भारत में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस थीम
हर वर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस एक नए थीम के साथ मनाया जाता है। और इस वर्ष नेशनल साइंस डे पर सतत भविष्य के लिए विज्ञान थीम चुनी गई है।
साल | थीम |
---|---|
2019 | विज्ञान लोगों के लिए और लोग विज्ञान के लिए |
2020 | विज्ञान में महिलाएं |
2021 | एसटीआइ का भविष्य शिक्षा कौशल और कार्य पर प्रभाव |
2022 | सतत भविष्य के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में एकीकृत दुष्टिकोण |
2023 | वैश्विक कल्याण के लिए वैश्विक विज्ञान |
महान वैज्ञानिक सीवी रमन से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
महान वैज्ञानिक सर सीवी रमन का पूरा नाम चंद्रशेखर वेंकट रमन था। उनका जन्म तमिलनाडु में 7 नवंबर 1888 में हुआ था, सीवी रमन ने अपनी उच्च शिक्षा प्रेसीडेंसी कॉलेज से प्राप्त की थी 1907 से 1933 ई के बीच उन्होंने कोलकाता के इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टीवेशन आफ साइंस में कार्ययत रहे। फिजिक्स के क्षेत्र में महत्वपूर्ण खोज की। और 1930 में उन्हें भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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